नमस्कार, मेरा नाम नमिता कुमारी है। मैं सेल सिटी रांची की रहने वाली हूं। मैं MCA Final Year की छात्रा हूं। मैंने एक साल तक Heavy Engineering Corporation में भी काम किया है साथ ही साथ मेरी पढ़ाई भी जारी रही। मैंने Happiness Program 2016  में किया था, और उसके बाद मैंने अपने भीतर ही बहुत बड़ा परिवर्तन देखा। मैंने ये अनुभव किया कि मेरी क्षमता और भी पहले से बेहतर होती जा रही है।  मेरी Close Friend  ने मुझे course suggest किया था इस के बारे में बताया था, और ये मेरे लिए काफी फायदेमंद रह।   इतने सालों में तो मेरा अनुभव बेहतरीन रहा है, बोहोत से गुरु Stories भी रहे है, (गुरु  Stories उनको कहा जाता है जब हम कोई मुसीबत या ऐसी परिस्थिति में होते जब हमें लगता है अब कुछ भी ठीक नहीं हो सकता सबकुछ खराब हो गया, और ठीक तब ही हमें गुरु का अनुभव मिलता है, और उसके बाद अचानक से सबकुछ पहले से और भी बेहतर होने लगता है।) मुझे अपने गुरु के होने का आभास है, वो शुद्ध तत्व हैं, वो हम सब में है और सबके साथ है। मैं हमेशा से एक समाज सेवक के रूप में काम करना चाहती थी ,  और Art Of Living एक बेहतरीन Platform है, जहां हम सभी स्वतंत्र रूप से सीख तो सकते ही है , साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सिखा भी सकते है।   मैं सुदर्शन किर्या के बारे में बताना चाहूंगी जो कि एक सांस की प्रक्रिया है , जिससे लोगों को उनके सामान्य जीवन जीने में एक अलग तरह का उत्साह मिलता है, और उसके साथ ही अच्छा स्वास्थ्य, अच्छा मन, अच्छा विचार एक साथ महसुस किया जाता है। बहुत से लोगों के जीवन में बहुत से बदलाव आए हैं और ऐसे लोग जो पहले बोहोत परेशान हुआ करते थे वो अब वो दूसरो की सहायता करते हैं, समाज सवा‌ करते हैं वो भी खुले मन से। सुदर्शन किर्या  हमें भीतर से स्वतंत्र करता है , मजबूत करता है और सशक्त बनाता है, ताकि हम एक अहिंसा, जनकल्याण, एवं मन से स्वतंत्र सामाज स्थापित कर सके। मैं आप सभी से निवेदन करती हु कि  अपना किमती वक्त निकालकर ज़रूर से इस Happiness Program को करें। इस मूल्यवान जीवन की महत्ता को समझते हुए, थोड़ा ध्यान अपनी सांसों की भी तरफ ले जाए। धन्यवाद।

A fire that lit my faith

कृपा ही केवलम,कृपा ही केवलम। कृपा ही केवलम, शरण्ये। शरणागतहम, शरणागतहम। शरणागतहम, शरण्ये।। जय गुरु जरणऎ, जय गुरु जरणऎ༤ जय गुरु जरणऎ, शरण्ये।। जय गुरुदेव!!! 

Sri Sri Ravi Shankar

Jai Gurudev, I am sharing my guru bodha गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णू गुरुः देवो महेश्वराः।गुरु शाक्षात परब्रम्हा तस्मै श्री गुरुवे नमःः।। Salutations to Guru Sri Sri Ravi Shankarji Grace of guru is inevitable for a seekerPresence of Guru or Live Guru is a blessing साक्षात् गुरुःप्रणमामि I hereby express my gratitude to Gurudev, the embodiment of art, music, dance, knowledge, culture, service, peace, and humanity.

Tejas Samel meeting Gurudev Sri Sri Ravi Shankar in Rishikesh

I was studying in VJTI Mumbai and we were given a sudden holiday. With nothing interesting to do, I was casually browsing Gurudev’s Facebook page & realised He was conducting a discourse in Rishikesh. Gurudev says, “The sign of youth is the ability to take challenges”. So, despite no preparations I decided to immediately fly out to Rishikesh to meet Him!